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Tanhaiyon Se Dosti

Tanhaiyon Se Dosti

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SKU: 2306TNHSDST
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जब दिल को ठस लगती ह तो इसान अकल रहना पसि करता ह और इस तन्हाई क आलम म वो अपन आप स गफ्तग करना पसि करता ह। दजन लोगों के साथ हम ह यदि उनस हमारा भावनात्मक कम जडाव ह उनक साथ अक्सर हम तन्हा होते हैं या दिर जब हम दकसी पर भावनात्मक रूप स बहत अदिक दनभर होत ह तब ऐस इसान की गर मौजिगी म हम तन्हा महसस करत ह।जब हम खि स प्यार नहीं करत तब अक्सर हम तन्हाई घर लती ह। हम अक्सर िसर लोगों क दलए बहत कछ करत ह और ऐसी ही अपक्षाए िसर लोगों स करत ह। जब हमारी अपक्षाए परी नहीं हो पाती तब हम परशान हो जात ह। हम लगन लगता ह दक िदनया म दकसी को हमारी ज़रूरत नहीं है, कोई हमें प्यार नहीं करता, कोई हमें नहीं चाहता, दकसी को हमारी परवाह नहीं।जब हमार अिर आत्म सम्मान की कमी होती ह ,तब हम खि की िसरों स तलना करत ह और खि को कम आकत ह।ऐस म हम अिर ही अिर कठा का दशकार हो जात ह और तन्हा महसस करत ह। तन्हाई असल में हमारे अपने दिमाग की उपज ह। यदि हम खि स प्यार कर, खि क दलए वक़्त दनकाल, खि की इच्छाओ का सम्मान करें ,अपनी भावनाए जो अक्सर हम िसरों पर न्यौछावर कर ित ह उसका कछ दहस्सा अपन दलए भी बचा कर रख तो हम तन्हा होन स बच सकत ह, हालादक खि को बिलना आसान नहीं होता ह। सकलनकता अमता विश्वकमा

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